Filhaal | फ़िलहाल
Filhaal | फ़िलहाल
क्या धँसने वाली दीवार के लिए
रोती है छत?
सूखी हुई मिट्टी के लिए
बरसता है पानी?
क्या पेड़ों को सुखाने के लिए
तपता है सूरज?
गाँव से मिलने के लिए
दौड़ता है रास्ता?
क्या बढ़ी हुई कालिख से
बुझती है ज्योत?
गला दबाने से कभी
रुकता है गीत?
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प्रो. (डॉ.) दासू वैद्य का जीवन परिचय
जन्म : 10 दिसंबर 1967
जन्म स्थल : मुदखेड, ज़िला नांदेड (महाराष्ट्र)
शिक्षा : एम.ए., एम.फिल., पीएच.डी. (मराठी)
सेवा : प्राध्यापक, मराठी विभाग, डॉ. बाबासाहब आंबेडकर मराठवाडा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद
काव्य संग्रह : तूर्तास (फ़िलहाल इतना ही), तत्पूर्वी (तत्पूर्व), पॉपुलर प्रकाशन, मुंबई
बाल कविता संग्रह : ‘क’ कवितेचा, झुळझुळ झरा, गोलमगोल, चष्मेवाली, साधना प्रकाशन, औरंगाबाद
लेख संग्रह : आजूबाजूला (अगल बग़ल में), मेळा, पॉपुलर प्रकाशन, मुंबई
सन् 1990 के बाद की मराठी कविता में चर्चित नाम। लेख, फ़िल्मी गीत लेखन आदि।
सावरखेड एक गाँव, तुकाराम आदि पाँच चित्रपटों का गीत लेखन। तूर्तास तथा तत्पूर्व की कविताओं का मराठी पाठ्यपुस्तकों में समावेश। कविताओं का हिंदी, अंग्रेज़ी, मलयालम, उर्दू और तेलगू में अनुवाद।
दो काव्य-संग्रहों के लिए केशवराव कोठावले, विशाखा, इंदिरा संत, भवभूति आदि कई पुरस्कार। बालोपयोगी कविता संग्रह के लिए शशिकलाताई आगाशे तथा ऋग्वेद पत्रिका पुरस्कार। साहित्य अकादमी की यात्रा-वृत्ति; साहित्य अकादमी द्वारा आयोजित राष्ट्रीय कविता महोत्सव में मराठी कविता का दो बार प्रतिनिधित्व। फ़िल्मी गीतों के लिए ज़ी गौरव अवॉर्ड, महाराष्ट्र राज्य पुरस्कार, व्ही. शांताराम पुरस्कार, अंतरराष्ट्रीय मिफ्टा अवॉर्ड इ.।
संपर्क : मराठी विभाग, डॉ. बाबासाहब आंबेडकर मराठवाडा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद, महाराष्ट्र
मोबाइल : 9403 584 111